सर्वार्थ सिद्धि योग में सावन शिवरात्रि 2024: रुद्राभिषेक, जलाभिषेक समय, और इसके लाभ जानें

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Sawan Shivratri 2024 best day for Rudrabhishek: सावन शिवरात्रि का पावन व्रत 2 अगस्त शुक्रवार के दिन है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, सावन शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 10 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. आइए जानते हैं जलाभिषेक समय, रुद्राभिषेक से जुड़ी वस्तुओं के बारे में.

सावन शिवरात्रि का पावन व्रत 2 अगस्त शुक्रवार के दिन है. शिव भक्तों के लिए सावन शिवरात्रि बहुत बड़ा दिन है. कांवड़ यात्री गंगाजल या पवित्र नदियों का जल लेकर सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर अर्पित करेंगे. शिव कृपा से उनकी मनोकामनाएं पूरी होंगी. इस साल की सावन शिवरात्रि के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. सावन शिवरात्रि के अवसर पर रुद्राभिषेक और जलाभिषेक कराने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं. ​केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, सावन शिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 10 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. आइए जानते हैं जलाभिषेक समय, रुद्राभिषेक से जुड़ी वस्तुओं के बारे में.

सावन शिवरात्रि 2024 मुहूर्त और योग
सावन कृष्ण चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ: 2 अगस्त, शुक्रवार, 3:26 पीएम से
सावन कृष्ण चतुर्दशी तिथि का समापन: 3 अगस्त, शनिवार, 3:50 पीएम पर
सर्वार्थ सिद्धि योग: 2 अगस्त को 10:59 एएम से 3 अगस्त को 12:49 एएम तक
सावन शिवरात्रि पूजा मुहूर्त: रात 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक

सावन शिवरात्रि 2024 जलाभिषेक समय
सावन का हर दिन शिव पूजा के लिए अच्छा होता है. सावन शिवरात्रि का दिन शिव पूजा के लिए उत्तम है. उस दिन सूर्योदय से लेकर आप कभी भी शिव जी का जलाभिषेक कर सकते हैं. हालांकि आप सर्वार्थ सिद्धि योग में जलाभिषेक करें तो उत्तम फल की प्राप्ति होगी. सर्वार्थ सिद्धि योग में आप जिस मनोकामना के साथ शिव जी का जलाभिषेक करेंगे, उसके पूर्ण होने की उम्मीद अधिक रहेगी. ऐसे में आप 10:59 एएम से कभी भी जलाभिषेक कर सकते हैं.

सावन शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक का महत्व
रुद्राभिषेक कराने से व्यक्ति को रोग, दोष, कष्ट, पाप आदि से मुक्ति मिलती है. सावन माह में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है क्योंकि इस पूरे ​माह शिववास हर दिन होता है. सावन के अतिरिक्त अन्य महीनों में आप किसी भी दिन रुद्राभिषेक नहीं करा सकते हैं, उसके लिए आपको शिववास देखना पड़ता है. अब सावन का महीना शिव को प्रिय है और शिवरात्रि शिव पूजा का सबसे अच्छा दिन होता है. सावन शिवरात्रि का दिन रुद्राभिषेक के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इस दिन आप सच्चे मन से रुद्राभिषेक करते हैं तो आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है.

सावन शिवरात्रि पर किन वस्तुओं से करें रुद्राभिषेक?

1. शहद से रुद्राभिषेक
यदि आप किसी शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं या नौकरी के लिए इंटरव्यू देना चाहते हैं तो आपको शहद से रुद्राभिषेक कराना चाहिए. आपको अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेंगे. भूमि, भवन, वाहन आदि प्रॉपर्टी की प्राप्ति के लिए भी शहद से रुद्राभिषेक कराते हैं.

2. शक्कर से रुद्राभिषेक
आपके जीवन में दुख है और परिवार में क्लेश रहता है. इससे मुक्ति पाकर सुखमय जीवन व्यतीत करना चाहते हैं तो आपको शक्कर से रुद्राभिषेक कराना चाहिए.

3. घी से रुद्राभिषेक
आपको अपने व्यापार में उन्नति होती नहीं दिख रही है, आपके काम का विस्तार नहीं हो पा रहा है तो आप सावन शिवरात्रि के दिन घी से रुद्राभिषेक कराएं. शिव कृपा से आपके बिजनेस में उन्नति होगी. पुत्र की प्राप्ति के लिए भी घी से रुद्राभिषेक कराते हैं.

4. गंगाजल से रुद्राभिषेक
यदि आपकी कुंडली में ग्रह दोष है, किसी ग्रह के अशुभ प्रभाव से आप परेशान हैं तो आपको सावन शिवरात्रि पर गंगाजल से रुद्राभिषेक कराना चाहिए. शिव जी के आशीष से आप दोष रहित होकर उन्नति कर सकते हैं.

5. गन्ने के रस से रुद्राभिषेक
आपके जीवन में धन की कमी है, हमेशा धन अभाव के कारण कोई काम नहीं हो पाता है. आप अपने धन और संपत्ति में बढ़ोत्तरी करना चाहते हैं तो सावन शिवरात्रि पर गन्ने के रस से रुद्राभिषेक कराएं. इससे आपको सफलता प्राप्त होगी.

6. दही और दूध से रुद्राभिषेक
घर में सुख-शांति और परिवार की तरक्की के लिए सावन शिवरात्रि पर दही और दूध से रुद्राभिषेक करा सकते हैं. महादेव के आशीर्वाद से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी.

7. भस्म से रुद्राभिषेक
यदि आपको दुश्मनों ने परेशान कर रखा है, वे आपके खिलाफ हमेशा साजिशें रच रहे हैं. वे आपको हानि पहुंचा रहे हैं तो आपको भस्म से रुद्राभिषेक कराना चाहिए. इस रुद्राभिषेक के शुभ प्रभाव से आपका पराक्रम बढ़ेगा और शत्रुओं का नाश होगा. सरसों के तेल से रुद्राभिषेक कराने से भी दुश्मनों का अंत होता है.