बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने आज के दिन धर्म बदला; मुस्लिम, ईसाई क्यों नहीं बने?

Uncategorized जोधपुर देश ब्रेकिंग न्यूज राजस्थान

14 अक्टूबर 1956 यानी आज से ठीक 68 साल पहले। आज ही के दिन डॉ. भीमराव अंबेडकर ने बौद्ध धर्म को अपना लिया।दीक्षा लेने के बाद बाबा साहेब ने यह भी कहा था की आज मेरा पुनः जन्म हुआ है, नागपुर में घटित यह घटना इतिहास में धर्म परिवर्तन की सबसे बड़ी घटना के तौर पर याद की जाती है।

बाबा साहेब ने हिंदू धर्म क्यों नहीं अपनाया?

डॉ. भीमराव अंबेडकर ने अपनी बायोग्राफी ‘वेटिंग फॉर ए वीजा’ में ऐसी कई घटनाओं का जिक्र किया है, जिसमें हिन्दू धर्म से उनका मोहभंग होना बताया गया है। अंबेडकर लिखते हैं की बचपन में भेदभाव की कई घटनाएं हुईं। जानता था कि मैं अछूत हूं। शायद इसलिए कभी भी स्कूल में मैं अपने साथियों के साथ बराबरी पर नहीं बैठ सकता था। बैठने के लिए एक बोरा रखता था। स्कूल की सफाई करने वाला नौकर वह बोरा नहीं छूता था। मैं पानी पीने के लिए स्कूल के नल को छू भी नहीं सकता था।

1927 में अंबेडकर ने मनु स्मृति की जलाई थी होली

अंबेडकर का मनु स्मृति की होली जलाने का मुख्य उद्देश्य यह था की इसके उपदेशों के खिलाफ विरोध किया जा सके। उनका मानना था कि इस पुस्तक के कारण हिंदू समाज में जाति आधारित भेदभाव है।

भीमराव अंबेडकर की 22 प्रतिज्ञाएँ

  1. ब्रह्मा, विष्णु और महेश में विश्वास नहीं करूंगा और न ही इनकी पूजा करूंगा।
  2. राम और कृष्ण, जो भगवान के अवतार माने जाते हैं, इनमें कोई आस्था नहीं रखूंगा और न ही इनकी पूजा करूंगा।
  3. गौरी गणपति और हिंदुओं के अन्य देवी-देवताओं में आस्था नहीं रखूंगा और न ही उनकी पूजा करूंगा।
  4. भगवान के अवतार में विश्वास नही करता हूं।
  5. यह नहीं मानता और न कभी मानूंगा कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार थे। इसे झूठा प्रचार-प्रसार मानता हूं।
  6. श्रद्धा (श्राद्ध) में भाग नहीं लूंगा और न ही पिंड दान दूंगा।
  7. बुद्ध के सिद्धांतों और उपदेशों का उल्लंघन करने वाले तरीके से कार्य नहीं करूंगा।
  8. ब्राह्मणों द्वारा होने वाले किसी भी समारोह को स्वीकार नहीं करूंगा।
  9. मनुष्य की समानता में विश्वास करता हूं।
  10. समानता स्थापित करने का प्रयास करूंगा।
  11. बुद्ध के आष्टांगिक मार्ग का अनुसरण करूंगा।
  12. बुद्ध द्वारा निर्धारित परमितों का पालन करूंगा।
  13. सभी जीवित प्राणियों के प्रति दया और प्यार भरी दयालुता रखूंगा तथा उनकी रक्षा करूंगा।
  14. चोरी नहीं करूंगा।
  15. झूठ नहीं बोलूंगा
  16. कामुक पापों को नहीं करूंगा।
  17. शराब, ड्रग्स जैसे मादक पदार्थों का सेवन नहीं करूँगा।
  18. सहानुभूति और प्यार भरी दयालुता का दैनिक जीवन में अभ्यास करूंगा।
  19. हिंदू धर्म का त्याग करता हूं। स्वधर्म के रूप में बौद्ध धर्म को अपनाता हूं।
  20. दृढ़ता के साथ यह विश्वास करता हूं कि बुद्ध का धम्म ही सच्चा धर्म है।
  21. मुझे विश्वास है कि मैं धर्म परिवर्तन से फिर से जन्म ले रहा हूं।
  22. गंभीरता एवं दृढ़ता के साथ घोषित करता हूं कि धर्म परिवर्तन के बाद अपने जीवन का बुद्ध के सिद्धांतों व शिक्षाओं एवं उनके धम्म के अनुसार मार्गदर्शन करूंगा।