पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम, तमिलनाडु में हुआ था। कलाम अपने परिवार की आर्थिक सहायता के लिए समाचार पत्र भी बेचा करते थे। 1960 में कलाम ने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बचपन में इन्होने लड़ाकू पायलट बनने का सपना देखा था।
कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति थे और आज इनके जन्मदिन को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे के नाम से भी जाना जाता है। साइंस और टेक्नोलॉजी विशेषकर अन्तरिक्ष और अनुसन्धान में कलाम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इनके जन्मदिन यानी वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे पर हर साल एक खास थीम होती है, साल 2024 की थीम छात्रों के भविष्य के लिए समग्र शिक्षा है।
पढ़िए एपीजे अब्दुल कलाम के कुछ प्रेरणादायक विचार-
- छोटा लक्ष्य अपराध है, लक्ष्य बड़ा रखें।
- यदि हम स्वतंत्र नहीं तो कोई हमारा आदर नहीं करेगा।
- यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलें।
- इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरूरी है।
डॉ. कलाम ने अपने जीवन काल में कई पुरस्कार अपने नाम किये।
- 1981 में पद्म भूषण
- 1990 में पद्म विभूषण
- विज्ञान के क्षेत्र में योगदान के लिए भारत रत्न शामिल है।
जब कलाम DRDO बने तो उनकी उम्र 29 वर्ष थी और ठीक 9 साल बाद यानि 38 साल की उम्र में ISRO के वैज्ञानिक बने। क्लियर टेस्ट में भी बड़ी जिम्मेदारी कलाम द्वारा निभाई गयी और फिर 71 की उम्र में भारत के 11वें राष्ट्रपति बने। भारत के प्रसिद्द वैज्ञानिक और शिक्षक ने 2015 में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), शिलांग में एक भाषण देते समय अंतिम साँस ली।