डोडा में मुठभेड़: चार जवान शहीद, आतंकियों के साथ संघर्ष में सेना ने दी कुर्बानी

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आतंकियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर सोमवार की शाम को डोडा के उत्तरी क्षेत्र में भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया था.

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ सोमवार रात में हुई मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि 15 और 16 जुलाई की रात डोडा के एक वन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक सैन्य अधिकारी और एक पुलिसकर्मी समेत पांच सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जम्मू-कश्मीर में बीते 8 दिनों में यह दूसरी बार है, जब सेना के जवानों को आतंकियों ने निशाना बनाया है. आतंकियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर सोमवार की शाम को डोडा के उत्तरी क्षेत्र में भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया था.

सोमवार रात को हुई थी गोलीबारी

जानकारी के मुताबिक सोमवार रात को करीब नौ बजे आतंकवादियों से सेना के जवानों का सामना हुआ था और इसके बाद भारी गोलीबारी हो गई थी. जवानों द्वारा अभी भी आतंकवादियों की तलाशी का अभियान जारी है. 

देसा के जंगलों में घेराबंदी के बाद हुई थी मुठभेड़

अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ उस वक्त शुरू हुई थी जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवानों ने शाम को करीब 7 बजकर 45 मिनट पर देसा के जंगलों के धारी गोटे उरारबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था. 

गोलीबारी में अधिकारी समेत 4 जवान शहीद

इस गोलीबारी में सेना के एक अधिकारी समेत 4 जवान शहीद हो गए हैं. यह गोलीबारी 20 मिनट से अधिक वक्त तक चली थी. अधिकारियों के मुताबिक सोमवार रात में हुई मुठभेड़ के बाद सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया था और उनकी हालत बेहद गंभीर थी लेकिन मंगलवार सुबह वो शहीद हो गए.  

डोडा के जंगलों में आतंकी रणनीति पर कर रहे हैं काम

डोडा जम्मू संभाग के उन घने जंगलों वाले पहाड़ी जिलों में से एक है, जहां माना जाता है कि आतंकवादी हिट-एंड-रन रणनीति पर काम कर रहे हैं.