श्याम चौहान
श्रीराम स्पेशल टीचर ट्रैनिंग संस्थान तिंवरी के संयोजन में भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली की ओर से आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला विशेष संप्रेषण सत्र के साथ शिक्षाविद प्रोफेसर हर्ष टाक की अध्यक्षता, विशेष शिक्षा में राजस्थान के ख्यातनाम अके डमिशियन सुभाष सियोल के सानिध्य में संपन्न हुई। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के शिक्षण में नवीन विधाओं के समावेश, तकनीक का उपयोग तथा समाज की अवधारणा में वंचित परिवर्तनों पर विचार हेतु राष्ट्रीय स्तर की इस सतत पुनर्वास प्रशिक्षण कार्यशाला में छह तकनीकी तकनीकी सत्र व तीन अनुसांगिक सत्रों के माध्यम से 258 विषय विशेष एजुकेटर, 6 संदर्भ व्यक्तियों और विभिन्न क्षेत्रों से आमंत्रित बाह्य शिक्षाविदों ने बौद्धिक चिंतन किया। अकादमिक मंथन के माध्यम से यह निष्कर्ष निकला कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए विभिन्न श्रेणियां में व्यवस्थित कार्य करने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के समन्वयक केदार चौधरी ने बताया कि तकनीकी सत्रों में विश्वेन्द्र कुमार,हर्ष टाक और मनोज कुमार ने संदर्भ व्यक्ति के रूप में संभागियों द्वारा प्रस्तुत एकेडमिक पत्रों का विवेचन किया। कार्यक्रम समन्वय केदार चौधरी ने तीनों दिन के सत्रों का समेकित प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि देश के विभिन्न संस्थाओं से आए हुए 258 विशेष संभागियां ने अपने क्षेत्र के चयनित विषयों पर अकादमिक सत्री में शोध पत्र प्रस्तुत किए। सभी संभागियां ने श्रीराम स्पेशल टीचर ट्रैनिंग संस्थान की प्रयोगशाला में सत्रवार उपकरणों के साथ भी कार्य किया और विशेष आवश्यकता वाले उपस्थित विद्यार्थियों की अधिगम क्रिया को भी जाना।