जयपुर। राजस्थान और देश के अधिकांश राज्यों में इस समय सूरज आग उगल रहा है। राजस्थान, बिहार, झारखंड समेत उत्तर पश्चिम भारत के कई राज्य आसमान से बरसती आग और लू से झुलस रहे हैं। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गर्मी और लू को लेकर अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने गुरुवार को कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में लू चलने की आशंका है। वहीं, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा पर इसका सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा।
साथ ही मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि 18 मई से पूर्वी और मध्य भारत में भी गर्मी का नया दौर शुरू हो जाएगा। उधर, सूर्य की तपन बढ़ने के साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। राजधानी जयपुर में गुरुवार को दिन का तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यहां दोपहर में चिलचिलाती धूप से लोगों का हाल बेहाल हो गया। मौसम विभाग ने आगामी 4-5 दिन भीषण गर्मी पड़ने की आशंका जताई है। इसको लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के 5 जिलों में अगले तीन-चार दिन हीटवेव चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान राज्य में दिन का पारा 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा सकता है।
अगले चार दिन का पूर्वानुमान
मौसम केंद्र जयपुर ने 19 मई तक का फोरकास्ट जारी किया है। इसमें पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने, तेज धूप और गर्मी के साथ हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है। 17 मई को गंगानगर, चूरू, बीकानेर, बाड़मेर, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर में हीटवेव चलने का येलो अलर्ट, जबकि जैसलमेर, जोधपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 18 मई को चूरू, जैसलमेर, जोधपुर में हीटवेव और तेज गर्मी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया।
जबकि अलवर, बारां, भरतपुर, दौसा, जयपुर, करौली, झुंझुनूं, दौसा, सवाई माधोपुर, सीकर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, नागौर, गंगानगर और बीकानेर में येलो अलर्ट जारी किया। 19 मई को चूरू, भरतपुर, अलवर में ऑरेंज अलर्ट, जबकि दौसा, धौलपुर, झुंझुनूं, करौली, सवाई माधोपुर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर और गंगानगर में तेज गर्मी रहने का येलो अलर्ट जारी किया है।
इस बार 36 घंटे पहले मानसून की एंट्री
इस बार समय से पहले ही मानसून की एंट्री के संकेत मिल रहे हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून के 31 मई के आसपास केरल पहुंचने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आमतौर पर केरल में मानसून की शुरुआत की सामान्य तारीख एक जून होती है। जो 15 जुलाई के आसपास पूरे देश को कवर कर लेता है, लेकिन इस बार समय से करीब 36 घंटे पहले मानसून की एंट्री होगी। मानसून के उत्तर की ओर बढ़ने पर चिलचिलाती गर्मी से राहत मिल सकती है। अल नीनो प्रणाली के कमजोर पड़ने पर ला नीना की स्थितियां बेहतर हुई है।