‘मोदी की गारंटी ही बनेगी भाजपा की हार का कारण’,-अशोक गहलोत

जयपुर राजस्थान

जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की प्रतिष्ठा से जुड़ी अमेठी सीट के सीनियर ऑब्जर्वर अशोक गहलोत ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार की भविष्यवाणी की। गहलोत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की बयानों में उनकी बौखलाहट झलक रही है। इससे लगता है कि वे चुनाव हार रहे हैं। इसका मुख्य कारण है इस बार चुनाव में भाजपा का नाम नहीं है, सिर्फ मोदी की गारंटियों को भुनाया जा रहा है। भाजपा की हार का सबसे बड़ा कारण भी मोदी की गारंटी रहने वाला है।

सिर्फ मोदी गारंटी पर चुनाव

अमेठी रवाना होने से पहले गहलोत ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि अमित शाह और मोदी ने गलती कर दी। उन्होंने चुनाव से पहले यह साफ नहीं किया कि चुनाव सिर्फ मोदी के नाम पर होगा। अबकी बार फिर मोदी सरकार और मोदी की गारंटी के नाम पर चुनाव होगा। किसी भी सांसद का नाम नहीं आएगा। पूरे देश में ब्रांडिंग हो रही है। उसमें भाजपा तक का नाम नहीं है। सिर्फ मोदी की गारंटी है। यही भाजपा का हार का कारण बनेगा।

मैं कहता हूं कि भाजपा सरकार जा रही है

गहलोत ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि अब मैं कभी सीएम नहीं बनूंगा। वो भविष्यवाणी कर रहे थे, लेकिन मैं भविष्यवाणी नहीं कर रहा हूं, जो अभी चुनाव में दिख रहा है, वो ही बात रहा हूं कि जिस तरह से पीएम मोदी कभी हमारे चुनावी घोषणा पत्र को मुस्लिम लीग से जोड़ते हैं।

ऐसा लग रहा है कि भाजपा सरकार जा रही है। कभी पाकिस्तान को लाते हैं, कभी मंगलसूत्र को लाते हैं और कभी कहते हैं कि आपके दो भैंस है तो कांग्रेस एक भैंस लेकर उनको दे देगी, जिनके ज्यादा बच्चे हैं। यह क्या बयान है, सिर्फ बौखलाहट और कुछ नहीं है।

मोदी लेने लगे अडानी-अंबानी का नाम

अशोक गहलोत ने कहा कि अब पीएम मोदी खुद अडानी-अंबानी का नाम लेने लगे हैं। पूरा देश उन पर हंस रहा है और गुस्से में भी है। लोग समझ ही नहीं पा रहे है कि पीएम ऐसा क्यों कर रहे हैं। भाजपा वाले भी यह नहीं समझ पा रहे है कि इस पर क्या कमेंट करें। पीएम अंबानी-अडानी पर सीधा आरोप लगा रहे हैं कि कालाधन बोरे और टैंपों में भर भरके कांग्रेस को दिए।

इसलिए राहुल गांधी ने उनके ऊपर अटैक करना बंद कर दिया है। जिस दिन मोदी ने यह बात कही राहुल गांधी ने उस दिन भी कहीं अडानी-अंबानी का नाम लिया होगा। उनका तो चुनावी मुद्दा ही ये है कि आपाने 22 उद्योगपतियों को 70 फीसदी लोगों के बराबर धन सौंप दिया। उनका 16 लाख करोड़ रुपए का कर्जा एक झटके में माफ कर दिया।