जैसलमेर जिला भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटा है और यहां सेना के कैंप भी है. इसके साथ ही सेना कई बार यहां युद्धाभ्यास भी करती है. इस वजह से जैसलमेर के बॉर्डर इलाके में बम मिलना आम बात हो जाती है. हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में बम मिलने से वहां रह रहे गांववासियों की सांसे अटक जाती है. ऐसा ही एक मामला गुरुवार (7 मार्च) को सामने आया. दरअसल यहां लाठी क्षेत्र के केरालिया गांव में झाड़ियों में संदिग्ध वस्तु मिलने से हड़कंप मच गया.
संदिग्ध वस्तु के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी. बात जब हवा की तरह फैली तो आस-पास के गांव के लोग भी वहां पहुंच गए. इसके बाद लाठी थाना पुलिस को भी सूचना दी गई. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उन्हें भी कुछ नहीं समझ आया.
संदिग्ध वस्तु के पास जाने की किसी की नहीं हुई हिम्मत
पुलिस ने फौरन इसकी सूचना भारतीय सेना के अधिकारियों को दी. सूचना मिलने के बाद रेंज के जवान मौके पर पहुंचे. उन्होंने संदिग्ध वस्तु को अपने कब्जे में लिया जो बम की तरह दिख रही थी. वहीं, बताया गया कि केरालिया गांव के पास झारियों में गुरुवार को बमनुमा वस्तु मिला. जिसके पास जाने की किसी को हिम्मत नहीं हो रही थी. पुलिस ने भी इसके पास जाने की जहमत नहीं उठायी. बताया गया कि यह वस्तु आंधी की वजह से रेत हट जाने से बाहर आई है.
वहीं, जब सेना ने इसका परीक्षण किया तो उन्होंने जानकारी दी कि यह पुराने किसी बम का खोल है. जो गलती से कहीं छूट गया होगा. जब यह बात सभी ग्रामीणों को पता चली तो उन्होंने राहत की सांस ली. वहीं, सेना बम के पुराने खोल जो एक पोल की तरह थी अपने साथ ले गई.
बहरहाल, बम की असलीयत जानकर जहां ग्रामीणों को भी हंसी आई. लेकिन यह मामला इस इलाके में काफी गंभीर है. क्योंकि इस इलाके में कई बार जिंदा बम भी मिलने की सूचना मिली है.