गौतम गंभीर का KKR से विदाई: “जब आप रोए, मैं भी रो पड़ा” भावुक वीडियो संदेश के साथ विदाई

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भारतीय क्रिकेट टीम के नए मुख्य कोच ने इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता नाइटराइडर्स को एक भावुक संदेश के साथ अलविदा कहा. उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए टीम के तमाम फैंस के साथ पूरे कोलकाता को धन्यवाद कहा.

नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच चुने जाने के बाद यह तय हो गया था कि अब गौतम गंभीर इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी टीम कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ नहीं होंगे. टीम इंडिया के लिए जीत का सपना देखा है तो फिर केकेआर का साथ इसी मोड़ पर छोड़ना होगा. गौतम गंभीर ने टीम को अलविदा कहने से पहले एक बेहद भावुक संदेश अपने फैंस के लिए जारी किया है. कोलकाता को आईपीएल चैंपियन बनाने वाले इस धुरंधर का वीडियो भावुक कर देने वाला है.

गंभीर ने केकेआर का साथ छोड़ते हुए कहा, “जब आप मुस्कुराते हैं तो मैं भी मुस्कुराता हूं. जब आप रोते हैं तो मैं भी रोता हूं. जब आप की जीत होती है तो वो मेरी भी जीत होती है. जब आपकी हार होती है तो मैं भी हारता हूं. जब आप सपने देखते हैं तो मैं भी आपके साथ सपने देखता हूं. जब आप कुछ हासिल करते हैं तो वो मेरा भी हासिल होता है. मेरा विश्वास आपके साथ है और मैं आप बन जाता हूं, मैं आपका हूं कोलकाता. मैं आप में से ही एक हूं.

आगे उन्होंने कहा,  मैं आपके संघर्ष को जानता हूं और यह भी पता है कि चोट कैसी होती है. ठुकराए जाने पर मुझे भी तकलीफ होती है लेकिन उम्मीदों को गले लगाकर उठ खड़ा होता हूं. मैं हर दिन हार का सामना करता हूं लेकिन आपकी तरह कभी भी हारा नहीं. वे मुझे लोकप्रिय होने के लिए कहते हैं, मैं उन्हें विजेता बनने के लिए कहता हूं. मैं आपका हूं कोलकाता. मैं आप में से ही एक हूं.

कोलकाता की हवाएं मुझसे बात करती हैं, यहां की आवाजें, सड़कें, ट्रैफिक जाम. ये सब मुझे बताती हैं कि आप कैसा महसूस करते हैं. मैं सुन सकता हूं आप जो कहते हैं लेकिन मुझे पता है कि आपको क्या चाहिए. मुझे पता है आप भावुक हैं, मैं भी आप जितना ही भावुक हूं. कोलकाता हमारा एक रिश्ता है, हमारी एक कहानी है, हम एक टीम हैं.

अब वो वक्त आ गया है, जब हमें मिलकर एक विरासत को तैयार करना है. वक्त आ चुका है जब हमें मिलकर एक बड़ी और मजबूत पटकथा को लिखना है. पटकथा जो इस बार पर्पल रंग में नहीं बल्कि नीले रंग की जर्सी के साथ लिखना है. भारतीय टीम की नीली जर्सी में नई कहानी. अब हम सभी मिलकर एक नई शुरुआत करेंगे, एक दूसरे से मिलकर वादा करें कि कभी भी अकेले नहीं पड़ेंगे. हम कंधे से कंधा मिलकर और एक दूसरे का हाथ थामकर चलेंगे. हमारा सबकुछ तिरंगे के लिए होगा. हमारा सबकुछ सिर्फ और सिर्फ भारत के लिए होगा.