राजमार्ग पर परबतपुरा के कट बंद: वाहन चालकों के लिए बढ़ा गहरा खतरा, एक वैकल्पिक शीर्षक

अजमेर राजस्थान

जनसुनवाई में हाइवे अथॉरिटी ने झाड़ा पल्ला – मंत्री रावत से की जा चुकी है खुलवाने की मांग अजमेर. परबतपुरा बाईपास चौराहे से नारेली जयपुर रोड पर दोनों ओर खुले कट राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण व जिला प्रशासन की ओर से बंद किए जाने से क्षेत्र में दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। इसे खोले जाने के लिए

– मंत्री रावत से की जा चुकी है खुलवाने की मांगअजमेर. परबतपुरा बाईपास चौराहे से नारेली जयपुर रोड पर दोनों ओर खुले कट राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण व जिला प्रशासन की ओर से बंद किए जाने से क्षेत्र में दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। इसे खोले जाने के लिए कलक्ट्रेट में हुई जनसुनवाई के दौरान जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत के समक्ष भी मामला उठाया जा सका है। डिवाइडर बंद किए जाने से यहां जाेखिम बढ़ गया है, लेकिन इस ओर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।

क्षेत्रवासियों ने बताया कि वर्ष 2012 में यहां सिक्सलेन का निर्माण हुआ तब आम लोगों की सुविधा के लिए न्यू रीको के सामने व चरनाल पेट्रोल पंप के सामने सिक्स लेन व सर्विस रोड का आवागमन सुलभ करने के लिए एनएचएआई ने कट छोड़े थे। इनसे वर्ष 2023 तक यातायात सुचारू रूप से चल रहा था।एक मई 2023 को हाइवे अथॉरिटी ने दोनों कट बंद कर दिए, जिससे यहां दुर्घटना होने लगीं। पंप के आगे जो कट था वह पुराने रीको के सामने खोला जा सकता है, लेकिन बंद करने से सेदरिया चौराहा ब्लैक स्पॉट बना हुआ है।

कई जिलों की बसों का आवागमन प्रभावित

हाइवे पर कट बंद करने से अजमेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, आबूरोड, बाड़मेर, जैसलमेर, उदयपुर की बसों का आवागमन बंद हो गया। जबकि यह बाईपास 1984 से संचालित है। यहां कई लोगों को बस पकड़ने में सहूलियत थी। अब लोगों को बस स्टैंड या अन्य स्थानों पर जाकर अन्य जिलों के लिए जाने वाली रोडवेज बस पकड़नी पड़ती है।

सर्विस लेन में रोजाना जाम

परबतपुरा पुलिया के दोनों ओर जो सर्विस लेन है उसकी चौड़ाई यातायात नियमों के अनुसार 7 मीटर रखी गई है। अब यहां से बड़े वाहन निरंतर गुजरने के कारण यह चौड़ाई दोगुनी होने की आवश्यकता है। फुटपाथ पर निजी बस ट्रेवलर्स के काउंटर लगने से यहां बसों का ठहराव होने से रात्रि 11 बजे तक जाम के हालात रहते हैं।

कट बंद करने से गत दो माह में छह दुर्घटनाएं

हाइवे अथॉरिटी की ओर से कट बंद किए जाने के कारण यहां मात्र दो माह में छह दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कई लोग हताहत व जान से हाथ धो बैठे हैं। क्षेत्रीय लोगों ने कट खुलवाने व निजी बसों के बुकिंग काउंटर बंद करने की मांग की है।

प्रशासन करे हस्तक्षेप

पूर्व सरपंच घनश्याम जांगिड़ ने बताया कि जनसुनवाई में यह मुद्दा उठाया गया था। हाइवे अथॉरिटी के तर्क समझ से परे हैं। वह सुरक्षा के नाम पर व्यवस्था खराब कर रही है। मामले में जिला कलक्टर व प्रशासन को हस्तक्षेप करने की जरूरत है।