शनि की उल्टी चाल: अगले पांच महीने मेष से मीन तक इन राशियों पर बुरा असर

धर्म ज्योतिष

Saturn Retrograde Hindi: कर्मफलदाता शनि 29 जून को कुंभ राशि में वक्री हो चुके हैं। अब ये इस डेट से करीब 142 दिन दिन इसी अवस्था में भ्रमण करेंगे। इसका सभी राशियों पर शुभ अशुभ प्रभाव पड़ेगा। आइये जानते हैं शनि वक्री होकर किन राशि के लोगों को आशीर्वाद देंगे और किसे शनि का कोप झेलना पड़ेगा और अशुभ प्रभाव कम करने के लिए क्या उपाय करें

कुंभ राशि में शनि वक्री का प्रभाव
मेष राशि

आने वाले 5 महीने में Saturn Retrograde यानी शनि वक्री मेष राशि के ऐसे लोगों के अनुकूल है जो नौकरी करते हैं। इस समय नौकरी पेशा लोगों की उन्नति होगी। मेष राशि के व्यापारियों को भी लाभ होगा, हालांकि मुनाफे का मार्जिन कम हो सकता है। इस अवधि में धन प्राप्ति के मार्ग में समस्याएं आ सकती हैं। प्रेम जीवन में आपके और पार्टनर के बीच बेहतर तालमेल होगा, लेकिन बीच-बीच में होने वाली बहस से बचें। अच्छा है कि स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। हालांकि सर्दी खांसी हो सकती है। इस समय रोज ॐ नमो नारायणाय मंत्र का 21 बार जाप करें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों के लिए वक्री शनि थोड़ा मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। इससे वृषभ राशि वालों के करियर में कुछ गिरावट आ सकती है। पारिवारिक मामलों में भी यही स्थिति बनेगी। नौकरी में वृषभ राशि के लोगों पर काम का बोझ बढ़ सकता है जिसमें आपकी ऊर्जा और समय दोनों लग सकता है। वृषभ राशि के कारोबारियों को शनि की उल्टी चाल के कारण कारोबार में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है। इससे आपके हाथ से कुछ अच्छे अवसर निकल सकते हैं।

शनि कुंभ राशि में वक्री होकर आपके लिए अच्छा धन लाभ लेकर आएंगे, लेकिन फिर भी आप बचत करने में असमर्थ रह सकते हैं। इस समय आपको पार्टनर से व्यवहार अच्छा रहेगा, लेकिन रिश्ते में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से वृषभ राशि वालों को आंखों में जलन और संक्रमण की शिकायत रह सकती है। प्रतिदिन ललिता सहस्रनाम का जाप लाभदायक होगा।

मिथुन राशि

वक्री शनि के कारण मिथुन राशि के लोगों को आने वाले 5 महीने भाग्य का साथ मिलने की संभावना नहीं है। ऐसे में मिथुन राशि वालों में आत्मविश्वास की कमी हो सकती है। मिथुन राशि वालों के हाथ से मौजूदा नौकरी में सुनहरे मौके छूट सकते हैं। कार्यस्थल पर मान-सम्मान में कमी आ सकती है। संभव है कि काम में की गई मेहनत के लिए आपको सराहना न मिले।

मिथुन राशि के व्यापारी ऑनसाइट बिजनेस में मिलने वाले नए अवसरों का लाभ नहीं उठा सकेंगे जिससे लाभ कमाने का अच्छा मौका हाथ से छूट सकता है। इस अवधि में किसी यात्रा से धन हानि हो सकती है जिससे पैसों की बचत नहीं हो पाएगी। पारिवारिक समस्या की वजह से आपके और पार्टनर के बीच तीखी बहस या मतभेद हो सकता है। मिथुन राशि के जातकों को पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है। प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का जाप लाभदायक होगा।

कर्क राशि

कर्क राशि के लोगों के लिए शनि वक्री होकर अप्रत्याशित लाभ देंगे। अचानक से आपका जीवन प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ने लगेगा। हालांकि नौकरी में कुछ अच्छे मौके गंवा भी सकते हैं और कार्यस्थल पर अप्रिय घटनाओं को फेस करना पड़ सकता है। व्यापार में शनि की वक्री अवस्था अच्छी नहीं है, इस समय व्यापार में गिरावट आएगी। हानि भी हो सकती है।

किसी यात्रा में लापरवाही से आर्थिक नुकसान होगा, इसलिए सावधान रहना होगा। लवलाइफ में पार्टनर के साथ रिश्ते में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है जिससे घर का वातावरण बिगड़ सकता है। इम्युनिटी कमजोर होने से पैरों में दर्द की शिकायत रह सकती है। रोज दुर्गा चालीसा का जाप करें।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए शनि महाराज की उल्टी चाल नए दोस्त बनाने के लिए प्रेरित करेगी, लेकिन इस समय अच्छी चीजें होना संभव नहीं होगा। इस समय आपको काम के सिलसिले में बेकार की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है और संभव है कि यह आपको पसंद न आए।

व्यापार करने वाले सिंह राशि के लोगों को बिजनेस में कुछ असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको संभलकर चलना होगा। इस समय आप किसी दोस्त को पैसे उधार दे सकते हैं, लेकिन यह पैसा फंस सकता है। रिश्ते में पार्टनर के साथ अहंकार रिश्ते के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। सिंह राशि वालों को घुटनों में दर्द हो सकता है। रोज 19 बार ॐ भास्कराय नमः मंत्र का जाप करें।

कन्या राशि

कन्या राशि के लोगों के लिए शनि अगले 5 महीने मुश्किल पैदा करेंगे। कुंभ राशि में शनि वक्री होने से कन्या राशि वालों को अपने खर्चों को पूरा करने के लिए लोन या कर्ज लेना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में काम में किए जा रहे प्रयासों की रफ्तार धीमी पड़ सकती है। कन्या राशि के व्यापारी काम में कम प्रयास करेंगे, इससे प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है। शनि वक्री धन हानि करा सकता है, जिससे आप नाखुश दिखाई देंगे। पार्टनर के साथ आप अचानक बहस में पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए दवाइयों का सहारा लेना पड़ सकता है। रोज 41 बार ॐ नमो नारायणाय मंत्र का जाप करें।

तुला राशि

तुला राशि के लोगों के लिए शनि देव वक्री अवस्था भविष्य को लेकर चिंता पैदा करेगी। कार्यस्थल में आपकी बुद्धिमानी को नजरअंदाज किया जा सकता है। बिजनेस के क्षेत्र में परेशानी आ सकती है, समझदारी से निर्णय लेने में समर्थ नहीं होंगे। धन की कमी होगी और बजट गड़बड़ा सकता है। लवलाइफ में अहंकार बढ़ेगा, जिससे पार्टनर से बहस हो सकती है। शनि का कुंभ राशि में वक्री होना सेहत को लेकर पैसे खर्चा कराएगा। इससे आपकी चिंता बढ़ेगी, रोजाना 41 बार ॐ नमो नारायण मंत्र का जाप राहत दिलाएगा।

वृश्चिक राशि

वक्री शनि अवधि में वृश्चिक राशि के लोगों को अपने परिवार पर ध्यान केंद्रित करना होगा। इस समय वृश्चिक राशि वालों की सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है। करियर में नौकरी के सुनहरे मौके हाथ से निकल सकते हैं और आप पर काम का बोझ अधिक हो सकता है, जिससे नुकसान होने की आशंका है।

व्यापार में लाभ से ज्यादा हानि होगा और प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलेगी। इस अवधि में लापरवाही भारी पड़ेगी और धन हानि हो सकती है। रिलेशनशिप में आप पार्टनर के साथ अनचाहे विवादों में पड़ सकते हैं। सेहत को लेकर सावधान रहना होगा, ड्राइविंग करते समय दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं, जिससे आपके पैरों में सूजन आ सकती है। शनिवार के दिन शनि ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।

धनु राशि

धनु राशि के लोगों की कुंडली में शनि महाराज का वक्री होना महत्वपूर्ण है। इस अवधि में धनु राशि के लोगों को अपने विकास पर ध्यान केंद्रित करना होगा। इस समय आपका ज्यादातर समय यात्राओं में बीतेगा। कुंभ राशि में शनि वक्री होने से करियर के क्षेत्र में औसत लाभ मिलेंगे, जिससे आप ज्यादा संतुष्ट नहीं होंगे। धनु राशि के लोगों को किसी काम के संबंध में यात्रा पर जाना पड़ सकता है।

लेकिन यह यात्राएं अधिक फलदायक नहीं होगी, घर-परिवार में होने वाले काम की वजह से आपके खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। लवलाइफ के लिहाज से शनि की वक्री अवस्था आपके लिए ज्यादा अच्छी नहीं है। इस समय आपके और पार्टनर के बीच बातचीत का अभाव नजर आ सकता है। साथ ही धनु राशि के लोग सर्दी-खांसी के शिकार हो सकते हैं। रोजाना 27 बार ॐ मंगलाय नमः मंत्र का जाप फायदेंद होगा।

मकर राशि

मकर राशि के लोगों के लिए वक्री शनि मिलाजुला है। आने वाले पांच महीने में मकर राशि वाले अपने परिवार के साथ समय बिताते नजर आएंगे। इस समय आप अपनी आर्थिक स्थिति पर भी काम करेंगे। हालांकि, इन लोगों को शब्दों का चयन करते समय सावधान रहना होगा।

इस समय आपकी इच्छा के विरुद्ध नौकरी में अचानक से ट्रांसफर हो सकता है। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उन्हें प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है और इसे संभालना मुश्किल होगा। धन की बचत करने में नाकाम रहेंगे। रिलेशनशिप में मकर राशि के लोगों को परिवार के सदस्यों से बेकार की बातें सुनने को मिल सकती हैं। आंखों में जलन आदि से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। रोज 11 बार ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए शनि महाराज की वक्री अवस्था सेहत के लिए मुश्किल खड़ी करेगी। कुंभ राशि वालों को अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा। अनचाहे खर्चों के साथ-साथ बेकार की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। जीवन को बेहतर बनाने और काम में संतुष्टि के लिए नौकरी में बदलाव का मन बना सकते हैं, लेकिन यह समय शुभ नहीं रहेगा।

यदि आपका खुद का व्यापार है तो काम के सिलसिले में यात्राओं पर जाना पड़ सकता है, लेकिन यह अच्छी नहीं रहेगी। उन्नति की गति धीमी हो जाएगी। हालांकि शनि वक्री अवधि में कुंभ राशि वालों को अप्रत्याशित स्रोतों से धन की प्राप्ति होगी जिससे लाभ होगा। प्रेम जीवन में पार्टनर से असंतुष्ट रहेंगे। कुंभ राशि वालों को पाचन संबंधित समस्या रह सकती है। प्रतिदिन 27 बार ॐ शिव ॐ शिव ॐ मंत्र का जाप लाभदायक है।

मीन राशि

मीन राशि के लोगों के लिए शनि महाराज की वक्री अवस्था धन संबंधी मामलों में चुनौती पैदा करेगी। आर्थिक स्थिति पर ध्यान देना होगा और खर्चों को सोच-समझकर करना होगा। शनि वक्री के दौरान आप थोड़े असंतुष्ट रह सकते हैं। नौकरी में दबाव और काम के लिए सराहना न मिलने से परेशान रहेंगे।

व्यापार में पुरानी योजनाओं पर चलने से प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है। आर्थिक जीवन के लिहाज से शनि कुंभ राशि में वक्री होकर मीन राशि वालों को कभी लाभ और कभी हानि करेंगे। प्रेम जीवन में आपके और पार्टनर के बीच तालमेल में कमी असंतुष्टि पैदा करेगी। शनि की वक्री अवस्था आपको पैरों में दर्द और अकड़न की समस्या हो सकती है। रोजाना 27 बार ॐ भूमि पुत्राय नमः मंत्र का जाप आपको परेशानियों से राहत दिलाएगा।