Ajmer News : अजमेर के बहुचर्चित सर तन से जुदा केस की सुनवाई आज पूरी हो गई है. कोर्ट इस मामले में आगामी 12 जुलाई को अपना फैसला सुनाएगी. इस मामले में अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती समेत पांच आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में लंबे समय से सुनवाई चल रही थी.
अजमेर. अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के बाहर लगाए गए ‘सर तन से जुदा’ के नारों के मामले में आज अंतिम बहस पूरी हो गई है. कोर्ट 12 जुलाई को अपना फैसला सुनाएगी. इस मामले में खादिम गौहर चिश्ती समेत पांच आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में सुनवाई चल रही थी. वही हैदराबाद में गौहर चिश्ती को शरण देने वाला अभी फरार है. उसे लेकर आगे सुनवाई होनी है. राजस्थान के अजमेर का यह केस देशभर में खासा चर्चा में रह चुका है.
विशिष्ट लोक अभियोजक गुलाम नजमी फारूकी ने बताया कि 17 जून 2022 को अजमेर के दरगाह थाना इलाके में ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाए गए थे. उसके बाद 28 जून को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड सामने आया था. उसमें आतंकी सोच के साथ दो हत्यारों ने टेलर कन्हैयालाल की चाकू से गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड से पूरे देश में सनसनी फैल गई थी. हालांकि हत्यारों को पुलिस ने चंद घटों में गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन इससे पहले उन्होंने इस हत्याकांड का लाइव वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था.
चिश्ती को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था
इस तरह के नारे वहां भी लगाए गए थे. अजमेर के इस मामले में आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया था. इसके बाद आरोपी खादिम गौहर चिश्ती को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था. इसी मामले में खादिम फखर जमाली, ताजिम सिद्दीकी मीन और रियाज हसन को भी गिरफ्तार किया गया. केस सभी के आरोपियों खिलाफ लगातार चल रही सुनवाई की अंतिम बहस आज पूरी हो गई है.
कोर्ट में 22 गवाह और 32 दस्तावेज पेश किए गए
अब आगामी 12 जुलाई को इस मामले में न्यायाधीश अपना फैसला सुनाएंगे. यह सुनवाई अजमेर की कोर्ट संख्या चार में हुई है. सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से 22 गवाह, 32 दस्तावेज और 20 आर्टिकल पेश किए गए. अब सभी की निगाहें 12 जुलाई को आने वाले फैसले पर टिकी है.