प्राचीन ऋषि-मुनि किया करते थे ये योग, तनाव और बीमारियों से करेगा मुक्त, कोटावासियों ने सीखी विधि

कोटा राजस्थान

जल योग तनावमुक्त करने के लिए कारगर है. इस दौरान बड़ी संख्या में बच्चों और बड़ों ने भाग लिया. जल में योग बहुत पुराना है और इसका अपने आप मे एक अलग महत्व है. इससे तनाव भी दूर होता है, वहीं दूसरी ओर शरीर को लाभ मिलता है. यह भी एक योग की विधा है‌.

कोटा:- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कोटा में प्रशासन और कई संस्थाओं ने योग शिविर का आयोजन किया. वहीं कोटा के तरण ताल में जल योग के माध्यम से स्वस्थ्य रहने का संदेश दिया गया. बताया गया कि जल योग तनावमुक्त करने के लिए कारगर है. इस दौरान बड़ी संख्या में बच्चों और बड़ों ने भाग लिया. जल में योग बहुत पुराना है और इसका अपने आप मे एक अलग महत्व है. इससे तनाव भी दूर होता है, वहीं दूसरी ओर शरीर को लाभ मिलता है. यह भी एक योग की विधा है‌.

इस जगह आयोजित हुआ योग कार्यक्रम
शहर में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जिला स्तरीय योग कार्यक्रम श्रीनाथपुरम स्टेडियम में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य विभागों के कर्मचारियों ने भाग लिया. योग कार्यक्रम में लोगों ने बड़े उत्साह से भाग लिया.

इन आसनों के बारे में दी गई जानकारी
संस्थान की अध्यक्ष स्नेहा श्रीवास्तव ने लोकल18 को बताया कि कीर्तांशम् दी ग्रुप ऑफ सोशल अवेयरनेस संस्थान की ओर से योग दिवस पर श्रीनाथपुरम स्थित तरण ताल में जल योग किया. कार्यक्रम के तहत तैराकी के राष्ट्रीय प्रशिक्षक विजय कुमार जांगिड़ ने श्ववासन, ताड़ासन, वृक्षासन, पद्मासन एवं मत्स्यासन के बारे में जानकारी देते हुए योग क्रिया करवाई. स्नेहा श्रीवास्तव ने Local18 को आगे बताया कि वह नि:शुल्क प्रशिक्षण देने का कार्य करती हैं. योग से जुड़ा जल योग भी है. इसलिए प्रशिक्षणार्थियों को इसके बारे में जानकारी दी गई. प्राचीन समय में ऋषि मुनि जल योग किया करते थे.