क्या आप भी बनाते हैं गिन कर रोटी? आज ही बंद कर दें ये आदत, जानिये क्यों भारी पड़ सकती है ये आदत

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Roti Gin Kar Kyon Nahi Banana Chahiye : रोटी बनाते समय कभी भी गिनना नहीं चाहिए. ज्योतिष शास्त्र में ऐसा करने की मनाही है. क्योंकि ऐसा करने से आपके घर में पैसों से जुड़ी समस्या हो सकती है.

Roti Gin Kar Kyon Nahi Banana Chahiye : घरों में खाना बनाते समय गृहण‍ियां हमेशा इस बात का ध्‍यान रखती हैं कि खाना थोड़ा ज्‍यादा भले ही बन जाए, लेकिन कम नहीं हो. वहीं कई बार ये भी ध्‍यान रखने की कोशिश होती है कि खाना बचने पर फिके नहीं. इसके लिए रोटियों की गिनती शुरू हो जाती है. ऐसा कई घरों में देखने को मिलता है, जहां रोटी को लेकर परिवार के लोगों से खाना बनाने से पहले पूछा जाता है और एक निश्चित संख्या का आंकड़ा लेकर रोटी बनाई जाती हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार रोटियों की गिनती करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है. ऐसा करना आपके घर में तंगी का कारण बन सकता है और आपकी आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो सकती है. आइए जानते हैं रोटी जुड़े नियमों के बारे में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.

इन ग्रहों से है संबंध

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रोटी बनाने का संबंध सूर्य, मंगल, राहु ग्रह से है. ऐसे में रोटियों की गिनती करने से सूर्य और मंगल ग्रह कमजारे हो सकते हैं. यही नहीं ऐसा करने से आपके जीवन पर राहु का नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है.

पहली रोटी गाय को दें

हिन्दू धर्म में रोटी से जुड़े एक नियम में पहली रोटी गाय को देना बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि, गाय को रोटी खिलाने से आपके अच्छे कर्मों में वृद्धि होती है. इसके अलावा गाय को पहली रोटी खिलाने से आपके ग्रह मजबूत होते हैं. साथ ही घर में होने वाले क्लेश से भी मुक्ति मिलती है.

कुत्ते के लिए रखें आखिरी रोटी

जिस प्रकार ​पहली रोटी गाय के लिए शुभ बताई गई है, ठीक वैसे ही आखिरी रोटी को कुत्ते के लिए सुरक्षित रखनी चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुत्ते को रोटी खिलाने से पुण्य कर्मों में वृद्धि होती है. साथ ही ईश्वर की असीम कृपा भी प्राप्त होती है. यही नहीं कुत्ते को रोटी खिलाने से राहु, केतु और शनि का प्रभाव कम होता है

इन दिनों में ना बनाएं रोटी

हिन्दू धर्म में जिस प्रकार एकादशी पर चावल खाने को मना किया गया है. वैसे ही किसी की मृत्यु पर भी रोटी नहीं बनाई जाती है. ऐसा कहा जाता है कि, किसी की मृत्यु के दौरान संबंधित घर में रोटी बनती है तो यह आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है. इसके अलावा मरने वाले की आत्मा को भी शांति नहीं मिलती.