कांग्रेस नेता के बाद अब हिस्ट्रीशीटर के घर पर चला बुलडोजर

राजस्थान श्रीगंगानगर

गंगापुर सिटी जिला मुख्यालय पर मिर्जापुर राधा स्वामी सत्संग भवन के पास सैनी कॉलोनी में हिस्ट्रीशीटर कृष्णा का मकान बन रहा था. प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया. करीब एक सप्ताह पहले पूर्व नगर परिषद के आयुक्त रिंकल गुप्ता ने हिस्ट्रीशीटर कृष्णा के घर को अवैध बताया था. नोटिस चस्पा कर दिया था. नोटिस में 7 दिन में जवाब मांगा था. जवाब नहीं मिलने पर प्रशासन ने कार्रवाई की. 

अपराधियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई 

कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. कोतवाली थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि शहर में ऐसे अपराधी जो आतंक का पर्याय बन चुके हैं. आए दिन लोगों को डराना, धमकाना, उनकी जमीनों पर कब्जाा करना, फिरौती मांगना, फायरिंग करना और सुपारी किलर भूमिका निभाने वाले अपराधियों के खिलाफ अब लगातार कार्रवाई की जाएगी. जिले को अपराध मुक्त बनाया जाएगा. 

कृष्णा बांसरोटा पर 20 से अधिक आपराधिक मुकदमे 

हिस्ट्रीशीटर कृष्णा बांसरोटा के खिलाफ एसपी के निर्देशन पर नगर परिषद की टीम ने कार्रवाई की. उन्होंने बताया कि कृष्णा बांसरोटा पर  20 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, इनमें लूट, हत्या का प्रयास, डरा धमकाकर फिरौती मांगने सहित अवैध नशे के कारोबार के मुकदमे हैं. कृष्णा बांसरोटा जिले में आतंक का पर्याय बन चुका है और फिलहाल वांछित अपराधी है और फरार है. 

कृष्णा करा रहा था अवैध निर्माण 

नगर परिषद के स्वास्थ्य निरीक्षक पिंटू मीणा ने बताया कि आयुक्त के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है. भवन बनाने की कोई अनुमति नहीं ली गई. इसका कोई पट्टा भी नहीं है. जमीन का कोई दस्तावेज भी नहीं था. निर्माण पूरी तरह से अवैध था. नगर परिषद के अवैध निर्माण को ध्वस्थ करने की कार्रवाई की गई. 

कांग्रेस नेता अमीन पठान के घर चला बलडोजर 

कांग्रेस नेता आमीन पठान के अनंतपुरा में वनभूमि पर बने आलीशान फार्म हाउस पर वन विभाग ने 20 मई को बुलडोजर चलाया था. वन विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने दो एलएनटी और जेडीबी मशीनों से अतिक्रमण को धराशाई कर दिया.  

4300 स्क्वायर मीटर में बना था फार्म हाउस

4300 स्क्वायर मीटर से अधिक लखावा वन खंड की बेश कीमती जमीन पर यह फार्म हाउस बना हुआ था. कार्रवाई के दौरान डीएफओ अपूर्व श्रीवास्तव, एएसपी दिलीप सैनी, एसडीएम कोटा, तहसीलदार के साथ यूआईटी के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई 5 घंटे से भी अधिक समय तक चला.