विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षकों के तबादलों पर लगी रोक पूरी तरह से लागू रहेगी। रविवार को शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध हटने पर सार्वजनिक रूप से इसकी सूचना जारी की जाएगी।
शिक्षा विभाग से जुड़े तबादलों पर प्रतिबंध विधानसभा सत्र पूरा होने तक जारी रहेगा। इस विषय में मुख्यमंत्री स्तर पर मंजूरी मिलने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने रविवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान तबादलों पर पूरी तरह से रोक लागू रहेगी और यह रोक थर्ड ग्रेड शिक्षकों पर भी लागू होगी।
उन्होंने कहा कि जब भी तबादलों से प्रतिबंध हटेगा, इसकी सूचना सार्वजनिक की जाएगी। इसके साथ ही डेपुटेशन को लेकर कहा गया कि 1 जनवरी से पहले के सभी डेपुटेशन पूरी तरह से रद्द रहेंगे। तबादलों पर प्रतिबंध का मुख्य कारण सियासी फायदा-नुकसान माना जा रहा है। पिछली गहलोत सरकार ने भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को रोका हुआ था। लोकसभा चुनाव के बाद रोक हटने की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक यह नहीं हो सका है।
अब बड़ा सवाल यह है कि उपचुनाव सिर पर होने के बावजूद तबादले कब होंगे? शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस पर फैसला मुख्यमंत्री स्तर पर किया जाएगा। माना जा रहा है कि इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इस मामले पर मंथन विधानसभा के मानसून सत्र के बाद होगा।