बीते दिनों पोकरण से नोएडा जा रहा सैनेटरी पैड से भरे ट्रक को बासनी सांगरिया बाइपास पर सीजीएसटी ने पकड़ा था. ट्रक में 1.70 लाख सैनेटरी पैड थे, जिसकी कीमत करीब 34 लाख रुपये बताई गई. यह पैड राजस्थान में गरीब बेटियों और महिलाओं को निशुल्क बांटने के लिए थे जिसे अधिकारियों की मिली भगत से बाहर बेंचा जा रहा था. इस मामले में अब एक बड़ा अपडेट निकलकर सामने आया है. इससे संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
शासन सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि जैसलमेर जिले के सम सीडीपीओ कार्यलय के बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) करण सिंह को और जैसलमेर जिले के पोकरण सीडीपीओ कार्यालय की महिला पर्यवेक्षक स्नेहलता शर्मा को निलम्बित कर दिया गया है.
लापरवाही बरतने वाले अधिकारी निलंबित
शासन सचिव ने बताया कि करण सिंह बाल विकास परियोजना अधिकारी, सम जिला जैसलमेर के विरूद्ध सैनेटरी नैपकिन का नियमानुसार भौतिक सत्यापन करवाए बिना ई-औषधि पोर्टल पर रिवर्स एन्ट्री करवाई. जिसके सन्दर्भ में गम्भीर लापरवाही बरतने पर अनुशासनिक कार्यवाही विचाराधीन होने पर राजस्थान सिविल सेवाएं नियम 1958 के नियम 13 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्हें तुरन्त प्रभाव से निलम्बित करने के आदेश दिए गए हैं.
शासन सचिव ने बताया कि इसी प्रकार स्नेहलता शर्मा महिला पर्यवेक्षक कार्यालय बाल विकास परियोजना अधिकारी, पोकरण जिला जैसलमेर के विरूद्ध सैनेटरी नैपकिन का नियमानुसार भौतिक सत्यापन करवाए बिना ई-औषधि पोर्टल पर रिवर्स एन्ट्री करवाए जाने के सन्दर्भ में गम्भीर लापरवाही बरतने पर उन्हें भी तुरन्त प्रभाव से निलम्बित करने के आदेश दिए गए हैं.
शासन सचिव ने बताया
शासन सचिव ने यह भी बताया कि करण सिंह का बाल विकास परियोजना अधिकारी का निलम्बन काल मुख्यालय उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, डीग के कार्यालय में नियत किया गया है. इसी प्रकार स्नेहलता शर्मा, महिला पर्यवेक्षक का निलम्बन काल में मुख्यालय उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, भरतपुर के कार्यालय में नियत किया गया है.
25 मई तक देनी होगी सत्यापन की रिपोर्ट
निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं ओपी बुनकर ने बताया कि शनिवार 25 मई को सभी जिलों के उप निदेशक, सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षक को शनिवार 25 मई को पांच- पांच आंगनबाड़ी केंद्रों का अवलोकन कर उड़ान योजना के अंतर्गत सैनेटरी नेपकिन वितरण व्यवस्था का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि उक्त भौतिक सत्यापन कि रिपोर्ट भी शनिवार 25 मई को ही देनी होगी.