स्वर्णप्राशन, प्रकृति परीक्षण, हिजामा और पंचकर्म से शहरवासी हो रहे हैं लाभान्वित
जोधपुर, शहर के चामी पोलो ग्राउंड, रातानाडा में आयोजित संभाग स्तरीय आरोग्य मेले के दूसरे दिन शुक्रवार को अधिक संख्या में लोगों ने मेले का अवलोकन कर स्वास्थ्य लाभ लिया।
मेले के सहायक नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने बताया कि योग प्रशिक्षकों द्वारा योगाभ्यास करवाकर योग संबंधित विषय की जानकारी दी।
वहीं मेला स्थल पर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर द्वारा बच्चों को आयुर्वेदिक इम्यूनिटी बूस्टर स्वर्णप्राशन कराया गया। इसके साथ ही आमजनों ने औषधीय पादप प्रदर्शनी स्टॉल पर औषधीय पौधों की जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने बताया कि मेला स्थल पर विश्वविद्यालय के चिकित्सकों द्वारा यूनानी चिकित्सा पद्धति हिजामा (कपिंग थैरेपी) से जीर्ण बीमारियों, जोड़ों के दर्द पर पंचकर्म पद्धति से उपचार किया जा रहा है।
दैनिक व्याख्यान माला के अंतर्गत प्रथम सत्र में होम्योपैथी विशेषज्ञ डॉ. काजल वर्मा ने होम्योपैथिक चिकित्सा की प्रभावशीलता के विषय में बहुत ही रोचक प्रकार से अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया, द्वितीय सत्र में राजस्थान युनानी मेडिकल कॉलेज टोंक के प्रोफेसर सरफराज अहमद ने चर्म रोग कुबा (दाद) के विषय में यूनानी चिकित्सा के प्रभाव पर प्रकाश डाला ।
शनिवार को भी होगा विशेष सत्रों का आयोजन
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ चेतन प्रकाश सेन द्वारा वर्तमान परिस्थितियों में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा का महत्व व द्वितीय सत्र में आयुर्वेद अनुसार स्वास्थ्यप्रद जीवन शैली एवं ऋतुचर्या विषय पर प्रो. सौरभ अग्रवाल के व्याख्यान होंगे।
इस अवसर पर उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग डॉ अशोक कुमार मित्तल, डॉ तेजराम मीणा, डॉ सुखवीर चौधरी आदि ने पुरुषों की सफलता में महिलाओं की अतुलनीय भूमिका को रेखांकित करते एक मां, पत्नी, बहन, पुत्री और सहकर्मी के रूप में महिला का योगदान के बारे में विस्तार से बताया। वही कार्यक्रम में अतिरिक्त निदेशक कार्यालय जोधपुर के प्रशासनिक अधिकारी दिनेश राजपुरोहित ने मधुर संगीत से नारी वंदन किया।