पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2024,रावण का चबूतरा मैदान में 24 जनवरी से होगी शुरूआत

जोधपुर राजस्थान

जोधपुर, जिला प्रशासन,जिला उद्योग केंद्र, उद्योग प्रोत्साहन संस्थान एवं लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्वाववधान में आगामी 24 जनवरी से शहर के रावण चबूतरा मैदान में आयोजित होने वाले पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2024 को लेकर आर्टिजन और हस्तशिल्पियों में जबरदस्त उत्साह का दिग्दर्शन हो रहा है। उत्सव के आयोजन से पूर्व ही लगभग सभी स्टॉल्स बुक हो चुकी है, वहीं इस बार मेले को लेकर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। उत्सव 4 फरवरी तक चलेगा।

उत्सव के आयोजन की नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मेला संयोजक घनश्याम ओझा ने बताया कि हस्तशिल्प उत्सव को लेकर न केवल जोधपुर बल्कि पूरे मारवाड़ के लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस मेले में एक ही प्रांगण में सभी प्रकार की उत्पाद मिलते हैं और हस्तशिल्पियों एवं छोटे-छोटे आर्टिजन्स को भी अपने उत्पादों की बिक्री का अवसर मिलता है। 

ओझा ने बताया कि इस बार हमने प्रयास किया है कि मेले में अधिक से अधिक स्टॉल्स छोटे-छोटे हस्तशिल्पियों, आर्टिजन और छोटे उद्यमियों को स्टॉल्स आवंटित की जाए ताकि हर प्रकार के हैंडीक्राफ्ट आइटम एवं हस्त निर्मित उत्पाद इस मेले में उपलब्ध हो सके। 

लघु उद्योग भारती के जोधपुर प्रांतीय अध्यक्ष और मेला समन्वयक महावीर चोपड़ा ने बताया कि 2 जनवरी से मेले की स्टॉल्स की बुकिंग प्रारंभ की गई थी और महज 15 दिनों में लगभग सभी स्टॉल्स बुक की जा चुकी है और अभी भी लगातार स्टॉल्स बुकिंग को लेकर आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। 

उन्होंने बताया कि यह मेला व्यावसायिक दृष्टि से नहीं बल्कि छोटे-छोटे उद्यमी और आर्टिजन को मार्केट उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयोजित करवाया जाता है और हमारा पूरा प्रयास है कि यहां आने वाले प्रत्येक आर्टिजन को बेहतर से बेहतर आय हो सके।

इस तरह रहेगा मेले का इंफ्रास्ट्रक्चर

पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव आयोजन कमेटी के सह समन्वयक दीपक माथुर के अनुसार इस बार मेले में मजबूत और अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। मेले में कुल 15 अलग-अलग डोम बनाए गए हैं और लगभग 637 अलग-अलग साइज की स्टॉल्स स्थापित की गई हैं। मेले में डोम के अलावा भी अन्य उपयुक्त स्थलों पर छोटी-छोटी स्टॉल्स लगाई गई हैं। इनमें डोम नंबर ए में सबसे अधिक 60 स्टॉल्स तैयार की गई हैं।

सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए दो सेमिनार हॉल तैयार

कमेटी के सह समन्वयक राजेंद्र राठी ने बताया कि मेले में प्रत्येक दिन दोपहर में अलग-अलग विषयों पर सेमिनार तथा शाम को आमजन के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए मेला स्थल पर दो अलग-अलग सेमिनार हॉल तैयार किए गए हैं।  इनमें लगभग 500 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक बड़ा सेमिनार हॉल तथा लगभग 250 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक छोटा सेमिनार हॉल तैयार किया गया है।

महिला आर्टिजन के लिए पृथक डोम आरक्षित 

कमेटी के सह समन्वयक महेंद्र काकरिया ने बताया कि इस बार मेले में महिला आर्टिजन को बढ़ावा देने के लिए एक डोम महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि 84 गुना 105 की साईज वाले डोम नंबर एफ में 40 स्टॉल्स तैयार की गई हैं। यह सभी स्टॉल्स महिला आर्टिजन को आवंटित की गई हैं। 

सेंट्रल पंडाल के लिए विशालकाय डोम

कमेटी के सह समन्वयक सुरेश मुथा ने बताया कि हर बार सेंट्रल पण्डाल मेले में आकर्षण का केंद्र रहता है और मेले में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति सेंट्रल पंडाल का अवलोकन जरूर करता है। इस बार भी सेंट्रल पंडाल को बेहद आकर्षक रूप से तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मेला स्थल के बीच में 160 गुणा 100 का विशाल सेट्रल पंडाल तैयार किया गया है।

बच्चों के लिए किड्स जोन

कमेटी के सह समन्वयक हरिसिंह गहलोत ने बताया कि मेले में आने वाले छोटे-छोटे बच्चों के लिए 100 गुना 110 साइज का एक किड्स किड्स जोन अलग से तैयार किया गया है, जहां बच्चों के मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के आकर्षक झूले लगाए जाएंगे।

सरकारी विभागों के लिए 200 स्टॉल्स आरक्षित

मेले के सह समन्वयक दीपक माथुर ने बताया कि 637 स्टॉल्स में से 200 स्टॉल्स केंद्रीय और केंद्र और प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों के लिए आरक्षित की गई हैं जिनमें मुख्य रूप से ईपीसीएच, डीसी हेंडीक्राफ्ट, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, नाबार्ड, केंद्रीय जूट बोर्ड, केंद्रीय ऊन बोर्ड प्रमुख हैं।

सुरक्षा एवं निगरानी के व्यापक बन्दोबस्त

मेले के कोऑर्डिनेटर सुरेश कुमार विश्नोई ने बताया कि मेले की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मेले में पुख्ता सुरक्षा प्रबन्ध सुनिश्चित किए गए हैं। इनमें व्यापक संख्या में पुलिस कर्मियों के साथ ही सीसीटीवी और प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी। 

उन्होने बताया कि मेले में अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित की जाएगी, वहीं वर्दी धारी और एवं सादा वर्दी में पुलिसकर्मी मेले में तैनात रहेंगे। इसके अलावा नोडल एजेंसी द्वारा मेला स्थल पर 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। मेले में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड के माध्यम से भी पूरे मेले पर नजर रखी जाएगी।

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