लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव और लाल चंद कटारिया ( Lal Chand Kataria) सहित कई कांग्रेस नेता रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. भाजपा की प्राथमिक सदस्यता लेने वालों में कांग्रेस के पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा, विजयपाल मिर्धा, खिलाड़ी बैरवा, पूर्व निर्दलीय विधायक और गुजरात की पूर्व राज्यपाल कमला बेनीवाल के बेटे आलोक बेनीवाल, कांग्रेस सेवा दल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चौधरी, पार्टी नेता रामपाल शर्मा, रिजु झुनझुनवाला शामिल है.
जयपुर में भाजपा मुख्यालय में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने इन नेताओं का स्वागत किया.
रिछपाल मिर्धा पूर्व कांग्रेस सांसद ज्योति मिर्धा के चाचा हैं. ज्योति मिर्धा 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुई थीं और उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए नागौर सीट से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया हैं. उनके अलावा, भाजपा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर, जिन्होंने पार्टी से अलग होकर ‘जनता सेना’ नाम से पार्टी बनाई थी उसका भी भाजपा में विलय हो गया.
‘कांग्रेस के कार्यकर्ता मजबूत हैं’लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के नेताओं का भाजपा में शामिल होने सिलसिला लगातार जारी है. इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, कारण तो वही बता सकते हैं जो कांग्रेस छोड़ रहे हैं, वे डर से जा रहे हैं या लालच में. पार्टी के अंदर पद हो या सम्मान, कांग्रेस ने उन्हें सब कुछ दिया हैजूली ने कहा कि, अगर नेता पार्टी छोड़ रहे हैं तो पार्टी को कोई नुकसान नहीं है. उन्हें नुकसान तभी होगा जब उनके कार्यकर्ता उन्हें छोड़ देंगे, लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता मजबूत हैं और वे जानते हैं कि क्या करना है.’